Fajar ki Namaz ka Time फज़र की नमाज के वक्त Fajar Kabse Kab Tak
अस्सलामुअलयकुम व व कैसें हैं दोस्तों
मैं आपका दोस्त मो0 शाहनवाज़ , ए एस इस्लामिक अंन्दाज की तरफ से,
दोस्तों वादे के मुताबिक आज फिर बहुत अच्छी टॉपिक आपके सीखने ओर समझने के लिए मोहब्बतो ओर दुआओं के जरिये से फिरसे आपके लिए लेकर आये
आजकी टॉपिक मैं हम फज़र की नमाज के वक्त यानी टाइम के बारे मैं जानेंगे,
ओर जानेंगे की इस नमाज मे नमाज पडने का कितना टाइम होता,
ओर जानेगे यह नमाज कब से शुरू होती है
दोस्तो याद रखें मै हदीस ओर आलेमेदीन के जरिये Study यानी पडकर ओर समझकर ही आपको बताता हूँ मै अपनी तरफ से कुछ नही बताता
तो फिर आइये न दोस्तो शुरू करते हैं
दोस्तों नमाजों के ओक़ात अल्लाह तअ़ाला की तरफ से मुकररर शुदा है यानि नमाज का वक्त अल्लाह की तरफ से हैं इसमे किसी को भी तबदीली यानी चेन्जेस , बदलने की कोई इजाजत नही है, यानी अल्लाह तअ़ाला की हिकमते, असरार, उसकी मरजी, उसमे उसके राज पोषीदा हैं, क्यूंकि वह अल्लाह ही बहतर जानता है या उसकी अ़ता से मेरे प्यारे नबी स0 अ0 व0 जानते हैं,
दोस्तो यह नमाज का वक्त यानी टाइम अल्लाह तआ़ला के हुक्म के मुताबिक चिबरीले अमीन जो अल्लाह के फ़रिश्ते हैं वह हमारे नबी स0 अ0 व0 पर पैगाम लेकर आये, ओर मेरे प्यारे नबी मो0 स0 अ0 के जरिये यह पैगाम हम तक पहुंचा
तो फिर आइये दोस्तो फजर की नमाज का टाइम जानते हे कि कबसे कब
दोस्तो फजर का वक्त सुबाह सादिक़ से लेकर तुलूऐ आफताब तक कहलाता है
यानी सूबाह सादिक का मतलब जब अंधेरे से रौशनी का आगाज होता है यानी सहरी के बाद,
ओर तुलूए आफताब जब सूरज निकल ही रहा होता है यानि जब सूरज की पहली किरन निकलती है उससे कुछ लम्हे पहले तक,
यानि दोस्तो इस का मतलब अगर सूरज निकल जाये तो नमाज का टाइम निकल जाता है और उसके बाद फजर की नमाज नही होगी
आइये दोस्तो आपको थोडा ओर आसानी से समझाते हैे
दोस्तो सुबाह दो तरहां की होती हैं एक सुबाह काजिब कहलाती है,
ओर दूसरी सूबाह सादिक कहलाती है
काजिब सुबाह यानी छूटी सुबाह कहलाती है जैसे किसी दिन आप थोडी सी कुरबानी दे मतलब आप आप रात मे उठ कर किसी चोटी पर बैठ जाये यानी पहाड के आसपास रहने बाले पहाड पर चड जाये ओर देखे की आपको आसमान का किनार यानी आसमान की आखीर ,बल्कि जहां तक लास्ट आपकी नजर जाये वहां तक देखें तो आप देखेंगें कि जब पूरी रात खत्म होगी तो एक सफेदी सी वहां नमुदार होगी ओर वह फेलती जायेगी ओर ऐसा लगेगा कि षायद अब उजाला हो जायेगा लेकिन थोडी देर बाद आप देखेंगे कि वह उजाला खत्म हो जाता है ओर फिर से पूरी तरहां से अन्धेरा ही अन्धेरा हो गया है क्यूकि यह सुबाह आयी ओर फोरन चली गयी तो इसको झूटी सुबाह कह देते हैं ओर अरबी मे कहते है सुबाह काजिब,
लैकिन उसके कुछ देर बाद फिरसे आसमान पर सफेदी आती है ओर तब वह खत्म नही होती बल्कि वह सब मे फेलती चली जाती है ओर फिर पूरी तरहां से उजाला हो जाता है क्यूकि यह सच्ची सुबाह है इसी लिए इसको सुबाह सादिक कहते है
ओर तुलूऐ आफताब जब सूरज की पहली किरन निकलती है तो उसे तुलूए आफताब कहते हैं
दोस्तों वैसे फजर की नमाज का टाइम काउंट किया जाये तो यह सवा घंटा यानी 1 घंटा 15 मिनट, कभी कभी 1 घंटा 30 मिनट बस इतना ही लगभग होता है
दोस्तो अभी फिलहाल हमारी तरफ जून 2021 फजर की आजान का टाइम 4 :15 एम से शुरू होता है लैकिन दोस्तो इसका टाइम थोडा बहुत आगे पीछे होता रहता है
वेसे इस्लामिक केलेन्डर भी आते है आप वहां से भी जान सकते हैं आपको इन्टरनेट से भी मिल सकते है ओर मारकेट से भी मिल जाते हैं
तो दोस्तों अब तक आप समझ गये होंगेें फजर का टाइम कबसे कब तक है
तो अब आपसे इज़ाजत
दोस्तो अगर यह टॉपिक से आपको सीखने को मिला हो या अच्छी लगी हो तो हमारा चेनल ए एस इस्लामिक अंदाज को शेयर करें ओर हां लाइक भी जरूर करें
ओर मै आपका दोस्त मो 0 शाहनवाज़ इजाजत दोस्तो दुआ की गुज़ारिश
अल्लाह हाफिज और शुक्रिया दोस्तों
हाजा मिन फज़ली रब्बी
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