As Islamic Andaz
अस्सलामुअल्यकुम वरहमतुल्लाहि वबारकातुह
कैसे हैं दोस्तो
दोस्तों मै आपका दोस्त मो0 शाहनवाज ए एस इस्लामिक अंदाज की तरफ से आपको रमज़ान मुबारक हो,
अल्लाह का शुक्र है कि हम सब को फिरसे प्यारा महीना रमज़ान नसीब हुआ
ए एस इस्लामिक अंदाज के प्यारे दोस्तों आज की विडियों मे हम रमज़ान के मुताल्लिक जानेगे
कि रमजान कब फर्ज किये गये , ओर जानेगे क्यूं फर्ज किये गये , ओर जानेगे दोस्तो इस महीने की बरकत,
ओर जानेगे की रोजा रखने का किया सवाब मिलता है
दोस्तो हम फिर आपको याद दिला दें कि हम हदीस ओर अलिमेदनी के जरिये ही आपको बताते हैं हम अपनी खुद की तरफ से कुछ नही बताते
तो आइये दोस्तो जान्ना ओर सीखना शुरू करते हैं
दोस्तो जैसे हम सब जानते हैं कि रमजान की शुरूवात हो गयी है दोस्तो यह महीना मुसल्मानों के लिए सबसे खास ओर बहुत अहम होता है
दोस्तो रमजान मुबारक इस्लामिक केलेन्डर के 9 महीना से शुरू होता है
देास्तो वैसे रमजान सन 2 हिजरी को फर्ज हुआ हे
शाबानुल मोअज्जम के महीने लैकिन उससे पहले भी रोजा रखा जाता था ओर उसका सवाब मिलता था
दोस्तो रमजान की वेसे तो बहुत बरकत है लैकिन इस महीने को ओर भी प्यारा बनाने के लिए इस महीने मे कुरआन मजीद के उतरने से हुआ यानी की कुरआन इसी महीने मे अल्लाह के रसूल स अ व पर नाजिल हुआ
दोस्तो रमजान का महीना अपने सख्त रूल के लिए दुनिया भर मे जाना जाता है
इस महीने मे मुसलमान सहरी के बाद यानी सुबाह से लेकर सूरज डूबने तक कुछ भी नही खाते है न ही कुछ पीते है
ओर इसके अलावा लडायी छगडे से लेकर हर गलत ओर बुरी आदतों से दूर रहने की हिदायत दी जाती है यहां तक के गलत सुन्ने ओर गलत बोलने ओर गलत देखने तक की भी मनादी है
रमजान के महीने मे अपने हाथ पेरो का गलत इस्तेमाल करना भी रमजानो के नियमों के खिलाफ है
दोस्तो रमजान की शुरूवात चांद को देखने से होती है क्यूंकि इस्लाम का साल चान्द के हिसाब से होता है
दोस्तो रमजान के महीने कमजोरों ओर गरीबो को इस महीने मे बाकी महीनो के हिसाब से ज्यादा दान करते है यानी खैरात, जकात देते हैं,
क्यूंकि दोस्तो रमजान मे दान करने का बहुत ज्यादा महत्ब है जिसे ज़क़ात कहते है मुस्लिमो को अपनी सालाना कमायी मे से ढायी: कमायी का देना फर्ज होता है ,
दोस्तो रमजान के महीने मे कुरआन का पडने का बहुत ही ज्यादा महत्ब है
मुसलमान ज्यादा वक्त अपना इस महीने मे कुरआन ओर नमाज पडने मे लगाते हैं ओर 5 टाईम की नमाज के अलावा रात के वक्त तराबी भी पडी जाती है जिसमे कुरआन को सुनते ओर सुनाते हैं
ओर यह नमाजे तराबी पडने मे कमसे कम डेड से 2 घंन्टे तक पडी जाती है
ओर दोस्तो मुसलमान रोजा ज्यादा तर खजूर खाकर ही खोलते हैं
क्यूंके अल्लाह के प्यारे रसूल स अ व ऐसा करते थे ओर उन्होने खजूर से ही रोजा खोले का हुक्म दिया
दोस्तो अगर विग्रनिकी के तोर से देखा जाये तो सुबाह से षाम तक भूंका रहने से थकान ओर सर दर्द होने की साथ ही बिलड शुगर भी कम हो जाती है
ओर खजूर मे कार्बोहाइड्रेट शुगर ओर पुटेषियम मेगनीशियम ज्यादा मात्रा मे ज्यादा पाया जाता है
जो कि रोजा रखने वाले इन्सान को खजूर से रोजा इफतार करने पर तुरन्त ही ऐनर्जी प्रोबाइड कर देती हैं इसके अलाबा ओर भी कई तरीके से खजूर फायेदा पहुचाती है
यानी इस बात से भी यह पता चलता है कि अल्लाह के रसूल स अ व की हर बात मै हिक्मत है
दोस्तों बहुत से लोग यह सोचते होंगे की रोजा क्यूं रखा जाता है तो देास्तों इसका कुछ मकसद है ओर देखा जाये
तो रोजा रखने से हमारा ही फायेदा हे जिसमे कुरआन ने बयान किया यानी उसमे लिखा है कि रोजा रखने से
तुमहे इत्तिका की दोलत मिलेगी ओर तक़बे का नुजूल हासिल होगा इसलिए ताकी इन्सान इस महीने मे अपने
गुनाह से तोबा करले ओर नेकी ओर बुराइयों से बचने की आदत बना लैं
दोस्तों रमजान का महीना बहुत पाक ओर साफ होता है इस महीने मे माफी के दरवाजे खोल दिये जाते हैं
देास्तो अल्लाह के रसूल स अ व का फरमान हैं जब रमजान आता है तो षैतान जगड दिये जाते हैं यानी जंजीरो से
बान दिये जाते है ओर जन्नत के दरवाजे खोल दिये जाते है ओर जहन्नुम के दरवाजे बन्द कर दिये जाते हैं
ताकी वह गुनाह न करे ओर इबादत करके इस पाक पहीने मे अपने सारे गुनाह को खत्म करले
दोस्तो उन्हैं खुशनसीब कहा जाता है कि वह लोग जो पूरे रमजान मे इबादत आरे रोजे पूरे सही तरीके से रखते है
ओर इसकी बरकतों से माला माल होते है क्यूंकि रमजान मे 1 नैकि का बदला 70 नैकियों के बराबर मिलता है
ओर आखिर मे जिस तरहां चांद देख कर रमजान शुरू होता है उसी तरहां चांद रमजान देख कर आखिर भी होता है
उसके बाद ईदुलफिर्त यानी ईद मनायी जाती है ओर यह भी मुसल्मानो के लिए काफी खुशी का दिन होता है
तो दोस्तो आज के लिए इतना ही अब आपसे इजाजत चाहते हैं
दोस्तो इस रमजान के महीने मे रमजान के मुताल्लिक बहुत से टॉपिक आपको सीखने ओर जान्ने के लिए मिलेगी
जैसे की रमजान मे ओर क्यिा फायेदे हैं रमजान मे तराबी केसे पड सकते हैं ओर सवाब ओर इबादत का
ज्यादा से ज्यादा जरिया केसे बनाये इन सब से जुडी टॉपिक इस महीने मे आपको मिलती रहेगी ,
तो दोस्तो हम लोगों से जुडे रहै ओर जो विडियों आपके पास आयें वह दूस्तो तक जरूर पहुंचाये ताकि आपभी
सवाब के हिस्सेदार बने क्यूंकि दोस्तो जैसे कि मेने बताया एक नैकी का बदला 70 नैकियेां के बराबर होता है तो
यह भी एक जरिया है नैकियां कमाने का
तो मिलते है फिर और टॉपिक किसी साथ दोस्तों दुआ मे जरूर याद रखे अल्लाह हाफिज ओर शुक्रिया दोस्तों
हाजा मिन फजली रब्बी
❤️❤️
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